नदी घाटी सभ्यताएं
नदी घाटी सभ्यताएं || विश्व कि प्रमुख नदी घाटी सभ्यताएं || River Valley Civilization || हड़प्पा सभ्यता || मेसोपोटामिया सभ्यता || मिस्र सभ्यता ||क्रीट सभ्यता || चीनी सभ्यता
सभ्यता क्या होती है? (What is Civilization?) मानव तब सभ्य कहा जाता है l जब वह अपने जीवन के तरीकों को बदल देता है और पुराने रीति-रिवाजों से आधुनिक रीति-रिवाजों को अपनाकर नई स्थिति में पदार्पण करता है इसे सभ्यता कहते हैं।
विश्व की प्राचीन नगर सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे हुआ। नदी के किनारे होने के कारण खेती के लिए पानी की उपलब्धता ने अधिक उत्पादन में मदद की अधिक उत्पादन में व्यापार को बढ़ावा दिया जिससे नगरों का विकास संभव हो सका। व्यापार के लिए जलमार्ग सुलभता साथ ही नदी मार्ग से व्यापार सस्ता आसान तथा सुरक्षित था। नगरीय जीवन में अब कृषि की अपेक्षा अन्य काम धंधे को अधिक महत्व मिला। इन काम धंधों के विकास के लिए प्राकृतिक कच्चे माल की उपलब्धता तथा उस से निर्मित वस्तुओं ने नगरीय जीवन को और उन्नत बनाया फलस्वरुप विश्व में पहली बार अलग-अलग नदियों के किनारे नगरीय सभ्यता का विकास हुआ। जिनमें सिंधु नदी के तट पर विकसित हुई हड़प्पा सभ्यता, मिस्र में नील नदी के किनारे बसी मिस्र सभ्यता, भूमध्य सागर के किनारे विकसित क्रीट सभ्यता, चीन में ह्वांगहो नदी के किनारे विकसित चीन सभ्यता इत्यादि प्रमुख सभ्यताएं थी।
नदी घाटी सभ्यताएं
नदी घाटी सभ्यताएं निम्नलिखित है :-
- हड़प्पा सभ्यता
- मेसोपोटामिया सभ्यता
- मिस्र सभ्यता
- क्रीट सभ्यता
- चीन सभ्यता
हड़प्पा सभ्यता
हड़प्पा सभ्यता का काल खंड लगभग 2500 वर्ष पूर्व से 1520 ईसवी तक माना जाता है l सन 1921 की बात है जब भारत में अंग्रेजों का राज था l इसी वर्ष पुरातत्विदों ने पंजाब प्रांत में हड़प्पा नामक स्थल की खोज की l इस स्थल से प्राप्त अवशेषों के अध्ययन से पुरातत्वविदों को ज्ञात हुआ कि यह एक नगरी सभ्यता के अवशेष हैं l इसी प्रकार सिंध प्रांत में एक और गांव मिला जिसको लोग मोहनजोदड़ो कहते थे l
मोहनजोदड़ो का मतलब है मृतकों का टीला यहां से भिन्न नगरीय सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं हड़प्पा नामक स्थल से इस सभ्यता के अवशेष सबसे पहले मिले थे इसलिए इसे हड़प्पा सभ्यता कहा जाता है
पुरातत्वविदों ने इन स्थलों की विस्तृत खुदाई की वह नीचे दबे हुए पूरा का पूरा नगरीय सभ्यता का उत्खनन किया। इस प्रकार विश्व के सामने एक अति प्राचीन सभ्यता का ज्ञान हुआ।
मेसोपोटामिया सभ्यता:-
मेसोपोटामिया सभ्यता का कालखंड ई.पूर्व चौथी शताब्दी से 3000 वर्षों तक मेसोपोटामिया यह सभ्यता के सबूत मिलते हैं l यह सभ्यता दजला फरात नदी के किनारे विकसित हुई। मेसोपोटामिया मूल रूप से दो शब्दों से मिलकर बना है l मेसो तथा पोटामिया मिलकर बना है l मेसो का अर्थ बीच में या मध्य में तथा पोटामिया का अर्थ है नदी होता है l सुमेरिया, बेबीलोनिया और असीरिया इन तीनों सभ्यताओं के सम्मिलन से जो सभ्यता विकसित हुई उसे मेसोपोटामिया की सभ्यता कहा जाता है l मेसोपोटामिया में चार प्रसिद्ध सभ्यताएं हुई है जिनका नाम है सुमेरिया देवी लोन असीरिया तथा कैल्ड्रिया जिगुरत में इनके प्रमुख देवता निवास करते थे। उनकी लिपि चित्रात्मक थी।
मिस्र सभ्यता (Egypt Civilization)
रेडियो कार्बन डेटिंग और कंप्यूटर के इस्तेमाल से वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि प्राचीन मिस्र सभ्यता के पहले शासक राजा अहा थे जो कि लगभग 3110 ईसा पूर्व में सत्ता पर आसीन हुए थे l मिस्र की सभ्यता लगभग 3150 ई.पू. के आसपास का समय निर्धारित करती है। मिस्र की सभ्यता को नील नदी का वरदान कहते हैं। शवों को संरक्षित करने के लिए उनके शरीर पर नाइट्रोजन नामक पदार्थ का लेप लगाकर उसे पतले एवं मुलायम कपड़े से ढक देते थे। इस प्रकार के शरीर को ममी कहते हैं। इनको पिरामिड के अंदर रखा जाता था।
पिरामिड क्या है?
पिरामिड मिस्र के राजाओं के मकबरे होते हैं। इनमें शवों के साथ साथ प्रयोग में आने वाली इनकी बहुमूल्य वस्तुओं को भी रखा जाता था। इन पिरामिडो की दीवारों पर कई प्रकार के सुंदर चित्र उकेरे जाते थे जिनसे मिश्र की सभ्यता से संबंधित कई प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है।
क्रीट सभ्यता
क्रीट या क्रीत सभ्यता का समय निर्धारण 2700 ई.पूर्व से 1420 ई.पू.तक माना जाता है। क्रीट द्वीप यह यूनान के सभी द्वीपों में सबसे बड़ा द्वीप है और भूमध्य सागर का पांचवा सबसे बड़ा द्वीप है l यह यूनान की आर्थिक व्यवस्था और यूनानी संस्कृति का बहुत ही महत्वपूर्ण भाग माना जाता है l इस द्वीप कि अपनी स्वतंत्र सांस्कृतिक पहचान भी है l इसे महान द्वीप सभ्यता भी कहते हैं। यह सभ्यता भूमध्य सागर के किनारे विकसित हुई थी। सुंदर चित्रकारी के कारण यहां के बर्तनों की मांग दूसरे देशों में थी।
चीन सभ्यता
चीन सभ्यता लगभग 2500 ईसवी पूर्व इसका समय निर्धारित किया जाता है। यह सभ्यता चीन की ह्वांगहो नदी के किनारे विकसित हुई थी। कागज का आविष्कार सर्वप्रथम चीन में हुआ था। चीनी लोग कांस्य के बने बर्तनों में भोजन करते थे।